मणिपुर में रह रहे 77 घुसपैठियों को म्यांमार को सौंपा गया
मणिपुर में बायोमेट्रिक के जरिए म्यांमार के 77 घुसपैठियों का डेटा जुटा रही सरकार ने उन्हें म्यांमार को सौंप दिया है। यह घुसपैठियों के बीच द्विपक्षीय समझौते का हिस्सा है, जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तालिबान के आगमन के पश्चात बढ़ावा देने के लिए किया गया है।
मणिपुर में घुसपैठियों का डेटा जुटाने के लिए सरकार ने बायोमेट्रिक प्रणाली का उपयोग किया है। इस प्रणाली के माध्यम से, घुसपैठियों के अंगूठे की पहचान की जाती है और उनका डेटा संग्रहीत किया जाता है। इस तरीके से, सरकार म्यांमार को घुसपैठियों का डेटा सौंप सकती है और उनसे जुड़े अन्य सुरक्षा उद्देश्यों को पूरा कर सकती है।
म्यांमार के घुसपैठियों का डेटा संग्रहीत करने का मकसद
म्यांमार के घुसपैठियों का डेटा संग्रहीत करने का मकसद उन्हें पहचानने और उनसे जुड़े अन्य सुरक्षा उद्देश्यों को पूरा करना है। यह डेटा सरकार को म्यांमार के घुसपैठियों के बारे में जानकारी प्रदान करेगा, जिससे सुरक्षा एजेंसियां उन्हें ट्रैक कर सकेंगी और देश की सुरक्षा को बढ़ा सकेंगी।
सुरक्षा के लिए बायोमेट्रिक प्रणाली का उपयोग
बायोमेट्रिक प्रणाली का उपयोग सुरक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण और प्रभावी तरीका है। यह प्रणाली व्यक्ति के शारीरिक विशेषताओं जैसे अंगूठे की पहचान, आंखों की रेटिना और चेहरे की पहचान का उपयोग करती है। इसे उच्च सुरक्षा उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जैसे कि सीमा पार करने वालों की पहचान और अपराधियों की पहचान करने के लिए।