दिल्ली का विधानसभा चुनाव ,दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का महत्त्वपूर्ण मुकाबला 5 फरवरी को होगा, जिसमें जनता अपने मतों से प्रदेश की राजनीति की दिशा तय करेगी। यह चुनाव न केवल दिल्ली की राजनीति को प्रभावित करेगा, बल्कि पूरे देश के राजनीतिक परिपेक्ष्य में भी अहम साबित हो सकता है। दिल्ली में भाजपा के नेतृत्व वाला NDA गठबंधन और कांग्रेस का इंडिया गठबंधन आमने-सामने हैं।

यह चुनाव न केवल दिल्ली की राजनीति में बदलाव ला सकता है, बल्कि पूरे देश में गठबंधन की राजनीति और रणनीतिक फैसलों को लेकर बड़ा संदेश देगा। 8 फरवरी को परिणाम घोषित होने के बाद यह साफ हो जाएगा कि जनता ने किसे अपनी भविष्यवाणी के रूप में चुना है।
हालांकि, दिल्ली में आम आदमी पार्टी का भी प्रभाव है, लेकिन बीजेपी और कांग्रेस के गठबंधनों के बीच मुकाबला और भी ज़्यादा दिलचस्प बनता जा रहा है। भाजपा जहाँ मोदी और शाह की जोड़ी को चुनावी चेहरा बना रही है, वहीं कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेताओं को आगे रख रही है।

भाजपा और NDA गठबंधन के पक्ष में मोदी सरकार की विकासवादी नीतियाँ और कड़ी सुरक्षा व बुनियादी ढांचे के सुधारों का प्रचार हो रहा है। वहीं, कांग्रेस के इंडिया गठबंधन का मुख्य उद्देश्य महंगाई, बेरोज़गारी और साम्प्रदायिक सौहार्द के मुद्दों पर फोकस करना है। कांग्रेस ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) को भी मुकाबले में उतारा है, जो पिछले चुनावों में शानदार प्रदर्शन कर चुकी है।