योगी जी के निशाने पैर वक़्फ़ बोर्ड ,हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ की ज़मीन को वक्फ बोर्ड द्वारा अपनी बताने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। उन्होंने वक्फ बोर्ड को ‘भूमाफिया’ कहकर आरोप लगाया कि इस तरह के विवादों से जमीनों के अवैध कब्जे की कोशिशें की जाती हैं, जिससे धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों की पहचान और मूल्य पर असर पड़ता है।

महाकुंभ, जो हर 12 साल में प्रयागराज में आयोजित होता है, भारतीय संस्कृति और धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है। यह न केवल हिन्दू धर्मावलंबियों के लिए बल्कि समूचे भारतीय समाज के लिए एक अत्यंत श्रद्धेय आयोजन है। जब वक्फ बोर्ड ने महाकुंभ के लिए उपयोग की जाने वाली ज़मीन पर दावा किया, तो यह विवाद और भी गहरा गया। वक्फ बोर्ड का दावा था कि यह ज़मीन मुस्लिम धार्मिक ट्रस्ट की है, और उन्होंने इसके स्वामित्व का अधिकार जताया।

योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में सख्त बयान देते हुए कहा कि यह एक रणनीति हो सकती है, जिसके तहत कुछ लोग अवैध रूप से जमीनों पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। उनका यह भी मानना था कि वक्फ बोर्ड द्वारा इस प्रकार के दावे करने से महाकुंभ जैसे आयोजनों की पवित्रता को खतरा हो सकता है।।
योगी जी के बयान ने यह मुद्दा और अधिक जटिल कर दिया। राज्य सरकार और वक्फ बोर्ड के बीच यह मामला अभी अपने पूर्ण रूप में नहीं आया है , योगी जी ने ये भी कहा है की उत्तर प्रदेश के सभी वक़्फ़ बोर्ड की जमीं का जांच होगा अगर यो अवैद्य कब्ज़ा होगा तो उससे वापस ले लिया jaayega.

आखिरकार, यह मामला एक बड़े विवाद का रूप ले चुका है, अभी सिर्फ रिपोर्टर द्वारा ही बाते चल रही है, उत्तर प्रदेश के लोगों को आशा है की योगी जी इस मामले पैर जल्दी एक्शन लेंगे और इस मामले को ख़तम karenge.
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