गुकेष डोममराजु बने चेस में विश्व विजेता , ये सपना गुकेष का बचपन से था । मात्र 18 साल की उम्र में बने विश्व विजेता । ये जीत पूरे चेस चैंपियन में पहली बार हुआ है की किसी teenager ने की ये किताब अपने नाम किया है। गुकेष का बचपन से ही सपना था की यो चेस ओलिंपिक में भारत के लिए गोल्ड जीते , मात्र 11 साल की उम्र में उन्होंने बोला था की यो गोल्ड मैडल जीतना चाहते हैं।
Gukesh D ने चीन के Ding Liren जो की टोक्यो ओलिंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट थे उन्हें हराकर चेस ओलिंपिक में सबसे कम उम्र में ये किताब जीतने वाले खिलाडी बन गए हैं। Gukesh ने Ding Liren को 14 मैचों के खेल में आखिरी तक जाकर चीन के खिलाडी को हराकर अपना वर्चस्व स्थापित कर लिया है।

Gukesh D के इस जीत से उनके जीवन में बदलाव ला सकता है क्यूंकि अब चेस की किताब में इनका नाम स्वर्णिम सब्दो में लिखा जाएगा । पूरा भारत इनके इस काम की प्रशंशा कर रहा है।